शॉपिंग करना भला किसे अच्छा नहीं लगता, लेकिन इसे करने का मजा तब दोगुना हो जाता है जब आप कम पैसों में ज्यादा चीजें खरीदती हैं। अगर आप प्लानिंग से चलेंगी, तो आप अपना बजट 25 % तक कम कर सकती हैं, बस जरूरत है इन्हें फॉलो करने की.हमेशा शॉपिंग ऐसे समय पर ही करने जाएं, जब भीड़ कम हो और पेमेंट के लिए लाइन छोटी हो। साथ ही आपके पास भी फुर्सत हो। हमें कोशिश करनी चाहिए कि शाम, रात और रविवार की दोपहर में शॉपिंग पर न जाएं।
जगह तय करें
शॉपिंग किस मार्केट से करनी है, यह पहले डिसाइड कर लें। जगह ऐसी चुनें, जहां रीजनेबल प्राइस में अच्छी चीज मिल सके। अगर आप प्लैनिंग करके नहीं चलेंगे, तो आप केवल एक दुकान से दूसरी दुकान पर घूमते रह जाएंगे।और आखिर में जो मिलेगा उसे खरीद लेंगे। इससे समय तो खराब होता ही है, पैसे वेस्ट होंगे। सबसे अच्छा तो यह है कि उन जगहों की लिस्ट बना लें, जहां आपकी पसंद का सामान सही प्राइस में मिलता हो। उसके बाद उन जगहों में से एक को फाइनल कर लें और वहीं शॉपिंग करें।
किसी फ्रेंड के साथ शॉपिंग पर जाएं
जब भी कोई प्रोडक्ट खरीद रहे हों तो एक्सपायरी डेट चेक करें. इस बात को भी चेक करें कि पैकिंग में कोई खराबी न हो. कई बार कुछ चीजें जो छूट या कम रेट पर रेट पर बेची जाती हैं वे अपनी एक्सपायरी डेट के नजदीक हो सकती हैं या उनकी पैकिंग में कोई खराबी हो सकती है. इसका सीधा-सा मतलब यह है कि उस चीज की क्वालिटी के साथ समझौता किया गया है. जब भी कोई प्रोडक्ट खरीद रहे हों तो एक्सपायरी डेट चेक करें. इस बात को भी चेक करें कि पैकिंग में कोई खराबी न हो. कई बार कुछ चीजें जो छूट या कम रेट पर बेची जाती हैं वे अपनी एक्सपायरी डेट के नजदीक हो सकती हैं या उनकी पैकिंग में कोई खराबी हो सकती है.
क्रेडिट कार्ड से तौबा
शॉपिंग करते समय क्रेडिट कार्ड का यूज न करें। दरअसल, क्रेडिट कार्ड से पेमेंट आप फटाफट करते चले जाते हैं, जबकि कैश करने पर आपको सोचना पड़ता है। क्रेडिट कार्ड से ऐसी चीजें भी खरीद ली जाती हैं, जिनकी बहुत जरूरत नहीं होती, क्योंकि उस समय दिमाग में यह रहता है कि इस समय खरीद लेते हैं, बाद में किस्त देते रहेंगे।पेमेंट करते समय स्कैनर पर जरूर नजर रखें। हो सकता है कि कैशियर एक प्रॉडक्ट को दोबारा बिल में जोड़ दे या वह किसी प्रॉडक्ट की कीमत ज्यादा लिख दे।
हमेशा शॉपिंग ऐसे समय पर ही करने जाएं जब भीड़ कम हो और पेमेंट के लिए लाइन छोटी हो. साथ ही आपके पास भी फुर्सत हो. हमें कोशिश करनी चाहिए कि शाम, रात और रविवार की दोपहर में शॉपिंग पर न जाएं. इस समय ज्यादातर लोग खरीदारी के लिए इकट्ठा होते हैं और समय का अभाव होने पर अक्सर कुछ न कुछ लेना छूट जाता है.